नारधा। किसानों से अधिकारी काम कराने के एवज में रुपए मांगने की शिकायत लगातार मिल रही है। वहीं किसान ऑनलाइन काम कोई कार्य पटवारी से करवाना चाहता है तो उसके अस्सिटेंट के द्वारा कहे गए निर्देशों पर ध्यान दिया जाता है। ऐसा ही मामला टुंडरा तहसील के नरधा का सामने आया है, जहां पटवारी और उसका अस्सिटेंट बैठा हुआ है और पटवारी का अस्सिटेंट खुलेआम रुपयों की डिमांड करता है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
वहीं किसान ने कहा कि हम भाजपा पार्टी से जुड़े हुए हैं हमारा काम कर दिया को, तो इतने में पटवारी का अस्सिटेंट कहता है कि हमको तो सभी किसानों का काम करना है।

पटवारी के रिश्वतखोरी से परेशान ग्रामीण इस संबंध में एसडीएम से शिकायत भी कर चुके हैं। एसडीएम ने जल्द ही पटवारी का तबादला करने का आश्वासन दिया। गांव के लोगों का कहना है कि पटवारी ने उगाही करने के लिए अपने पति को असिस्टेंट रखा है, जो हर समय दफ्तर में बैठा रहता है। लोगों से लेनदेन की बात करता है।

वहीं रिश्वत नहीं देने पर काम के लिए घुमाया जाता है। मंगलवार को जब पंचायत के प्रतिनिधियों और गांव के युवाओं ने उगाही का विरोध किया तो पटवारी के पति ने जान से मारने की धमकी दी है। पटवारी और पटवारी के पति के मनमाने रवैया से आमजन परेशान हैं। ऐसे रिश्वतखोर पटवारी को हटाने की मांग कर रहे हैं।
सुनिए पीड़ितों की जुबानी…
11 हजार रुपए मांगे !
ग्राम नरधा निवासी पराग कर्ष ने बताया कि वे पर्ची में नाम सुधार करवाने के लिए पटवारी के पास गए थे, तो उन्हें पटवारी ने खर्चापानी देने बात कही और अपने पति से पैसे के लिए बात करने कहा। पटवारी का पति बगल में ही बैठा था उसने पर्ची अलग कराने के लिए 11000 रुपए की मांग की 8000 रुपए में बात बनी। वहीं पटवारी ने किसान पंजीयन के लिए 1500 रुपए अलग से लिए।
80 हजार मांगे !
धर्मेंद्र कुमार साहू ने बताया कि पर्ची में नाम अलग करने के लिए पटवारी के पास पहुंचे थे उनसे पर्ची में नाम अलग करने के लिए 80 हजार रुपए की डिमांड किए। नहीं देने पर काम करने से इनकार कर दिया।
2 हजार मांगे !
ग्राम नरधा निवासी मिहि कुमार प्रधान ने बताया कि किसान पंजीयन कराने के लिए पटवारी कार्यालय गए थे। इस दौरान पटवारी ने उनसे 2000 रुपए की मांग की। लेदेकर 1500 रुपए में मामला सेट हुआ। सामान्य काम के लिए पटवारी को 1500 रुपए देना पड़ा।
सिग्नेचर अपडेट के लिए….
पुनाराम साहू ने बताया कि b1 निकलवाने के लिए पटवारी कार्यालय गए थे। B1 निकलवा पर पूर्व पटवारी का सिग्नेचर दिखाया। जबकि वहां वर्तमान पटवारी सिग्नेचर आना चाहिए। पुनाराम ने पटवारी से पूर्व पटवारी के हस्ताक्षर को लेकर आपत्ति जताई। इसपर पटवारी ने पोर्टल में सिग्नेचर ऑनलाइन अपडेट कराने के बदले पैसे की मांग की।