False representation : बिलासपुर। उच्च शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं, लेकिन सीवी रमन यूनिवर्सिटी (CVRU) का हालिया मामला प्रशासनिक नीयत पर नए सिरे से प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। विश्वविद्यालय के जिस आवासीय परिसर को पहले NAAC पीयर टीम के सामने स्टाफ रेसिडेंशियल एरिया के रूप में प्रस्तुत किया गया था, अब अचानक उसे इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल घोषित कर दिया गया है।

बता दें कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वहां रह रहे लगभग 7 स्टाफ सदस्यों को रेनोवेशन के बहाने से कमरे खाली करने का निर्देश दिया था। स्टाफ को बताया गया कि परिसर की मरम्मत की जानी है, जिसके चलते पानी और बिजली की सुविधा कुछ समय के लिए बाधित रहेगी। अब वही परिसर नए नाम और रूप में इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल के रूप में तैयार कर लिया गया है। (False representation)

तस्वीरों में स्पष्ट देखा जा सकता है कि पहले जहां आवासीय परिसर लिखा हुआ बोर्ड और स्टाफ के निवास के नाम दिखाई दे रहे था, अब उसी स्थान पर इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल का नया बोर्ड लगा है। बिल्डिंग की पेंटिंग और बाहरी साज-सज्जा भी नहीं बदली है। सिर्फ बदला है तो बोर्ड बदला है और कमरे के भीतर कुछ मरमत कार्य किए गए हैं। (False representation)
ग्रेडिंग लेने के लिए ये तरकीब अपनाई
सूत्रों के अनुसार, यह पूरा बदलाव NAAC पीयर टीम के भ्रमण के बाद ग्रेडिंग मिली, उसके बाद यह कारनामा किया गया। टीम को दस्तावेज़ और निरीक्षण के दौरान यह परिसर स्टाफ रेसिडेंशियल क्वार्टर के रूप में दिखाया गया था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सीवी रमन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने NAAC मूल्यांकन के दौरान स्टाफ रेजिडेंशियल क्वार्टर दिखाकर जानकारी प्रस्तुत की, ताकि संस्थान की सुविधाओं का स्तर अधिक बेहतर दिखाया जा सके।
बिना वैकल्पित व्यवस्था के अचानक खाली करवाया आवास
वहीं शिकायतकर्ता ने बताया हमसे कहा गया था कि परिसर की मरम्मत हो रही है, लेकिन कुछ ही दिनों में देखा कि वही बिल्डिंग इंटरनेशनल गर्ल्स हॉस्टल के बोर्ड से सजी हुई है। साथ ही इस घटनाक्रम से नाराज़ कई स्टाफ सदस्यों ने बताया कि उन्हें बिना वैकल्पिक व्यवस्था के अचानक आवास खाली करने के लिए कहा गया।
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