विघ्नेश्वर मिश्रा/डेस्क । आईपीएल 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) को 5 विकेट से हराकर टूर्नामेंट में ज़बरदस्त वापसी की है। इस जीत के साथ न केवल CSK ने अपनी हार की लकीर तोड़ी, बल्कि LSG की तीन मैचों की जीत की सिलसिला भी थाम दिया।
लखनऊ सुपर जायंट्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 166/7 रन बनाए। कप्तान ऋषभ पंत ने 49 गेंदों में 63 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें एक हाथ से मारा गया डीप मिडविकेट पर छक्का खास आकर्षण रहा। मिशेल मार्श ने 30 रन (25 गेंदों पर) बनाए और पंत का अच्छा साथ दिया। चेन्नई के गेंदबाज़ों ने शुरुआत में अच्छी बॉलिंग की। ख़लील अहमद और अंशुल कम्बोज ने पावरप्ले में विकेट निकाले। रविंद्र जडेजा ने मिडल ओवर्स में रन रोकने की ज़िम्मेदारी निभाई और अपने तीन ओवरों में 2 विकेट लेकर सिर्फ 24 रन दिए।

जवाब में चेन्नई की टीम ने 19.3 ओवर में 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मैच का अंतिम हिस्सा बेहद रोमांचक रहा, लेकिन जैसे ही महेंद्र सिंह धोनी मैदान में मैच का रूख बदल गया। मैच भले ही लखनऊ में हो रहा हो, लेकिन यह भीड़ पूरी शाम CSK का समर्थन करती रही और जैसे ही धोनी बल्लेबाज़ी करने आए, पागल हो गई। धोनी ने सिर्फ 11 गेंदों में 26 रन की तूफानी पारी खेली, और डबेस ने भी आखिर में अपनी लय पा ली, जो CSK को जीत दिलाने के लिए काफी साबित हुई। इससे उनके फैंस को जश्न मनाने का मौका मिला, जो इस सीजन में अब तक कम ही मिला है। लेकिन अभी समय है चीजों को बदलने का, और यह जीत वह बूस्ट हो सकता है जिसकी उन्हें सख्त ज़रूरत थी।
बीच के ओवरों में स्पिनरों ने रन रेत कर दिया था धीरे…
इससे पहले के रन-चेज़ में वे शुरुआत अच्छी नहीं कर पा रहे थे और आखिरी ओवरों में बहुत ज्यादा रन बच जाते थे। लेकिन हालात अलग थे। इस बार उन्होंने पावरप्ले में ही रन रेट से आगे बढ़ना शुरू कर दिया, जहां IPL डेब्यू कर रहे शैक रशीद और रचिन रविंद्र ने कुछ बेहतरीन शॉट्स लगाए। हालांकि बीच के ओवरों में चीजें थोड़ी कठिन हो गईं जब स्पिन तिकड़ी दिग्वेश, बिश्नोई और मार्करम ने रन गति धीमी कर दी। सवाल यह उठ सकता है कि बिश्नोई का आखिरी ओवर क्यों नहीं कराया गया। पंत शायद उन्हें धोनी के क्रीज़ पर आने के बाद (16वें ओवर में) गेंद दे सकते थे, जब CSK को आखिरी 5 ओवरों में 56 रन की जरूरत थी। धोनी ने ना सिर्फ दबाव की स्थिति को संभाला, बल्कि तेज़तर्रार बल्लेबाज़ी से टीम को जीत दिला दी। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। खास बात यह रही कि धोनी अब आईपीएल इतिहास के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। मैच के बाद धोनी ने कहा, “ऐसे टूर्नामेंट में जब आप जीतते हैं, तो यह हमेशा अच्छा लगता है। टीम ने अच्छा खेल दिखाया और सभी ने अपनी भूमिका निभाई।”