शिक्षिकाओं को प्रताड़ित करने का भी आरोप
बालोद। बेलमांड के शासकीय स्कूल में महिला शिक्षिका के साथ पार्टी करने का आरोप तो है। साथ ही अन्य शिक्षिकाओं को प्रताड़ित करने के आरोप में जांच के दौरान दोषी पाया गया है। कलेक्टर द्वारा उन्हें BEO पद से हटाकर प्राचार्य बना दिया गया, जिससे प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।

बेलमांड शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षिकाओं ने कलेक्टर से शिकायत की थी कि BEO बसंत बाघ स्कूल परिसर में अक्सर आते थे और एक शिक्षिका के लिए विशेष कमरे की व्यवस्था करवाई जाती थी। सिर्फ यही नहीं इसके अलावा, स्कूल में पार्टी करने और अन्य महिला शिक्षकों को प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप भी लगे थे।

शिकायत के आधार पर संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग द्वारा जांच कराई गई, जिसमें BEO बसंत बाघ दोषी पाए गए। जांच रिपोर्ट सामने आने के बावजूद विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) बसंत बाघ पर सख्त कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति कर दी गई है। प्रशासन ने उनके खिलाफ केवल दिखावे की कार्रवाई करते हुए उन्हें विकासखंड शिक्षा अधिकारी पद से हटाकर प्राचार्य के पद पर नियुक्त कर दिया। इसे समझा जा सकता है कि वीडियो महोदय की पकड़ और पहुंचे कितनी ऊंची है ! स्कूल के अन्य शिक्षकों के शिकायत के बावजूद भी कठोर कार्रवाई नहीं होती है, इसकी वजह से ऐसे शिक्षकों के हौसले और बुलंद होते जाते हैं फिर भी अपनी मनमर्जी से काम करते हैं।
BEO को बचाने की कोशिश, इसलिए ठोस कार्रवाई नहीं…
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासन पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वे BEO को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि दोष सिद्ध होने के बावजूद सख्त कार्रवाई नहीं होने से गलत संदेश जा रहा है और शिक्षा विभाग की साख पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।